नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति जम्मू में आपका स्वागत है

अध्यक्षीय संदेश


नराकास, जम्मू की यह वेबसाईट हिन्दी भाषा की शालीनता को सूचना प्रौद्योगिकी की आधुनिकता के साथ एकीकृत करने का एक छोटा सा प्रयास है। विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी कल की दुनिया का निर्माण करने वाले दो अहम पहलू हैं और इन पहलुओं को आकार देने में सबसे बढ़ा हाथ भाषा का है । इंसान की सोचने व समझने की शक्ति का ज्ञान भाषा के उद्गम द्वारा ही संभव है और भाषा ही हमारे परम विकास में मूलभूत भूमिका निभाती है। जहाँ भाषा हमारी आज की दुनिया को आकार देती है वहीं भाषा ही वह उम्दा उपकरण है जो इसे चलाती भी है । अतः प्रगति एवं विकास की ओर अग्रसर होने के लिए भाषा का ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक है जिसमें मातृभाषा एक अहम भूमिका निभाती है । किसी व्यक्ति को सोच-विचार की परम सहजता केवल अपनी मातृभाषा में हासिल हो सकती है । ऐसे में अपनी मातृभाषा का प्रयोग करना और उसे बढ़ावा देना एक अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य बन जाता है और ठीक इसी उद्देश्य को साकार करने के लिए हिन्दी भाषा को संघ की राजभाषा के रूप में स्वीकारा गया और इसके कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए नराकास का गठन किया गया । नराकास, जम्मू के सभी सदस्य कार्यालयों तक हिन्दी संबंधित सूचनाओं का प्रसारण करने तथा हिन्दी के कार्यान्वयन के अधिकाधिक प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से नराकास, जम्मू की इस वेबसाईट का निर्माण किया गया है । इस वेबसाईट के माध्यम से आगामी छमाही बैठकों की सूचना, गत बैठकों के कार्यवृत एवं तस्वीरें, कार्यालयों की समीक्षा रिपोर्टें आदि महत्वपूर्ण जानकारी हम नराकास जम्मू के सभी सदस्य कार्यालयों तक सुविधाजनक रूप में पहुँचा सकते हैं तथा हिन्दी के प्रगामी प्रयोग को सुनिश्चित करने हेतु समय-समय पर सुझाव प्रदान कर सकते हैं । प्रौद्योगिकी तथा भाषा सशक्तिकरण के इस उत्तम माध्यम से हम साथ मिलकर सहजता से हिन्दी में कार्य कर के अपनी मातृभाषा का मान बढ़ाएंगे ।
                   आईए हिन्दी बोलें, पढ़ें और लिखें ।




                                                 - डॉ. ज़बीर अहमद,
             निदेशक, भारतीय समवेत औषध संस्थान, जम्मू,
                                  अध्यक्ष, नराकास (014), जम्मू

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